मुश्किल में पड़े देश की कविताएं : शिरीष कुमार मौर्य
कथेतर / Non-Fictionअगर आठवें दशक पर नज़र टिकायें, तो वक़्त के साथ यह दर्पण की तरह साफ़ और निश्चित हो चला है कि उसके महत्त्वपूर्ण कवि कौन हैं. विचारधारा के स्तर पर यहाँ दो धाराएँ हैं–एक, `अल्ट्रा लेफ़्ट´, यानी क्रान्तिकारी वाम( दूसरे, लचीला या `सॉफ़्ट लेफ़्ट´, यानी किंचित् उदार और व्यापक वाम. `अल्ट्रा लेफ़्ट´ के प्रमुख कवि साबित होते हैं आलोकधन्वा, गोरख पाण्डेय और वीरेन […]