दस युवा हिंदी लेखक : Ten Young Hindi Writers
शिरीष कुमार मौर्य के एक दूसरे से बिल्कुल भिन्न मिजाज़ के कवियों – अशोक कुमार पाण्डेय और अनिरुद्ध उमठ – की पुस्तकों पर निबंध और चन्दन पाण्डेय व रामकुमार सिंह की नयी कहानियों के अलावा इस फीचर में शामिल है सात युवा कवियों – अरुण देव, विशाल श्रीवास्तव, मोनिका कुमार, प्रशांत श्रीवास्तव, भारतभूषण तिवारी, सुधांशु फिरदौस और सिद्धार्थ – की कविताएँ तथा उन कविताओं को एक परिप्रेक्ष्य प्रदान करता विशाल विशाल श्रीवास्तव का निबंध नब्बे के बाद की कविता में प्रतिरोध और उसके असर पर.
Besides two essays by Shirish Kumar Maurya on Ashok Kumar Pandey and Aniruddh Umath’s poetry books and Chandan Pandey and Ramkumar Singh’s new fiction, the feature also has an essay on Post-1990s Hindi poetry by Vishal Srivastava which sets the background for the poems by Arun Dev, Vishal Srivastava, Monika Kumar, Prashant Srivastava, Bharatbhooshan Tiwari, Sudhanshu Firdaus and Siddharth.
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जीवन और मृत्यु के बीच जो संवाद-सा कुछ है: शिरीष कुमार मौर्य
मुश्किल में पड़े देश की कविताएं : शिरीष कुमार मौर्य
बाजीच: ए अत्फाल: रामकुमार सिंह
नब्बे के बाद: कविता में प्रतिरोध और उसका असर: विशाल श्रीवास्तव
तुम्हारे नाम से निकल कर एक अक्षर: अरुण देव की कविताएँ
टॉफी का विज्ञापन देता विमान : मोनिका कुमार
जेतवन में भिक्षुणी : विशाल श्रीवास्तव
अजनबीपन की गंभीरता में : प्रशांत श्रीवास्तव
लॉन्गफ़ेलो का शहर छोड़ते हुए : भारतभूषण तिवारी