अन्यता का समारोह: Celebrating Otherness
भारत-नार्वे गल्पात्मक लेखन प्रतियोगिता की विजेता प्रविष्टि – प्रत्यक्षा की अंग्रेजी कहानी, नकुल कृष्ण की अंग्रेजी कविताएँ, केदारनाथ सिंह का कवि तुलसीदास पर व्याख्यान, महान रूसी लेखकों को ट्रिब्यूट देती हुई अभय के की कविताएँ और अमेरिकी उपन्यासकार विलियम फॉकनर को समर्पित भूतनाथ की कहानी
The winner of the Indo-Norwegian Writing Competition – Pratyaksha’s story, Nakul Krishna’s poems, Kedarnath Singh’s lecture on Tulsidas, Abhay K’s poems on great Russian writers and Bhootnath’s short story – a tribute to William Faulkner
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That I be a gannet: Pratyaksha
तुलसी की कवितार्इ और आधुनिक हिन्दी का मानस: केदारनाथ सिंह
My tongue went black: Nakul Krishna