मार्च २००९ / March 2009
EDITORIAL
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LEAD: एक नये पीड़ित के सम्मुख / Before A New Kind Of Victim
An Interview with Ashis Nandy: Giriraj Kiradoo
Experiencing India’s So-Called 26/11: Ashwani Kumar
A Lone Voice: Sudhir Chandra
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FEATURES
एक देश के दो विभाजित आत्म / The Divided Self of a Country
Ahimsa in the City of the Mind: Alok Bhalla
Re-membering Woman: Sukrita Paul Kumar
हिंसा के संत्रास को सुनना: सदन झा
Open It: Saadat Hasan Manto
The Owner of Rubble: Mohan Rakesh
A Fragment Of The Broken Mirror: Krishna Baldev Vaid
हँसो कि तुम पर निगाह रखी जा रही है / Big Brother’s Watching You
कला माध्यम, पत्र-पत्रिकाएं और आपातकाल: अमरेन्द्र कुमार शर्मा
उत्तर-पूर्व की आवाज़ / Voices From the North-East
इम्फाल, शिलाँग और अगरतला से छह कवि
The Reckoning: Mitra Phukan
The Wait: Srutimala Duara
The End Of Ennui: Uddipana Goswami
Not Just Another Place: Aruni Kashyap
‘झूठा’ राज्य / The State That Failed
Stained with Blood: An Interview With Indira Goswami
Other Skies: Sara Rai
गुजरात पर कवितायें / Gujarat Poems
भूमंडलीय की हिंसा / Violence of the Global
भूमण्डलीय की हिंसा: ज्याँ बाँद्रिला
A Portrait of the Artist As A Young Terrorist: Amitava Kumar
Flight to Egypt: Ahmad Saidullah
आतंक के निजी आख्यान / Personal Narratives of Terror
T.N. Madan In Conversation With Sudhir Chandra
Experiencing Terror: Sudhir Chandra
चेतना का प्रवाह: नंदिता दास
तीन रैन्डम यादें: वरुण
धार्मिक युद्दों का उद्दण्ड अट्टाहास / The Mocking Laughter of Religious Wars
वह / That
Khauf: Gulzar
Excerpts From The Empty Space: Geetanjali Shree
छुपी हुई आग: मंजुला पद्मनाभन
The Good Boy: Preeta Samarasan
The Day That Came To Us: Nitasha Kaul
पुस्तक में आतंक / Terror in Books
“आतंकवाद” और खाली जगह: मदन सोनी और दीपेन्द्र बघेल की बातचीत
Only Because You Were There: Geetanjali Shree in Conversation
आतंकवादी की मानसिक बुनावट: प्रभात रंजन
आज के हमारे ख़ास मेहमान हैं मशहूर आतंकवादी ब्लू: गिरिराज किराडू
आतंक के कुछ और चेहरे / More Faces of Terror
सुनो, मैं बताता हूँ आतंक क्या हैः इन्द्र सिन्हा
क्या हम हाम्सुन को पढ़ना छोड़ दें: तेजी ग्रोवर
Dearest K.P.: Annie Zaidi
लोक-प्रिय / Lok-Priya
With Hope, In Spite of Fear: Purushottam Agrawal
आकाश में अनाथः गिरिराज किराड़ू
एडीटिंग मशीन की संतानें: विनीत कुमार
TV Wars Again: Jane Bhandari
प्रतिलिपि प्रश्नावली/Pratilipi Questionnaire
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MORE WRITING
हिन्दी और अंतर्राष्ट्रीय प्रकाशक / Hindi and the International Publisher
नीता गुप्ता से प्रतिलिपि की बातचीत
Minakshi Thakur Talks to Pratilipi
रामचंद्र गाँधी को याद करते हुए / Remembering Ramchandra Gandhi
Bombs Wrapped in Newspapers: Ramchandra Gandhi
रामू को जाली के पार से देखते हुए: तेजी ग्रोवर
दो एस्टोनियाई कवि / 2 Estonian Poets
Cornucopia: Hasso Krull
In This Dream I Am Swimming: Carolina Pihelgas
Indian Documentary: Finding Order
Finding Order: Sridala Swami
The Director’s Other Self: Jabeen Merchant
कुछ और कवितायें, कुछ और कहानियाँ / Some More Poems, Some More Stories…
आ जाये मृत्यु जब भी वह आती है : नंदकिशोर आचार्य
लोग सपनों की बातें करते थे: रुस्तम (सिंह)
मैं नैनीताल में लखनऊ के पड़ोस में रहता हूँ : शिरीष कुमार मौर्य
A Brief History of Electricity: Christian Ward
तरल भौतिकी: समर्थ वशिष्ठ
हर की पौड़ी से ख़त: मीनाक्षी ठाकुर
The Battle of Manekgadh: Pravinsinh Chavda
फास्ट बॉलर: गीत चतुर्वेदी
Solo: An Interview With Rana Dasgupta