आज़ादी विशेषांक / Freedom Special

अंक 13 / Issue 13

बौरांस का मेला: राजुला शाह

धूलिचित्र-१

घिसी पिटी धरती पर
चिथड़ा-चिथड़ा आसमान
अपने पंख तौलती
इकलौती अबाबील
टेरती
धरती की उदासी।
टोहती
अनमनी पिपीलिका
के पग नेवर
शायद कहीं कोई
सुनता होगा।

धूलिचित्र-२

नए चमचमाते बाज़ार में
अपना फटा पुराना आप ले
भटकती आत्मा की पुकार
रही अनसुनी।
एक अनमनी शाम
वह
बिना जले, कटे, गले
लौट आई
वापस अपने घर
अजर अमर।

गोधूलि

थोड़ी ही देर में अब
ये हर्फ दीखने
बंद हो जाऐंगे
जब तक हाथ को
हाथ सूझता है
लिखो-
शाम ढल रही है
पंछी लौट रहे है
पत्ते चुपचाप
अंधेरे को
अपने आसपास
की खाली जगहों में
पसरने दे रहे हैं…..
………………..आदि।
क्यों लगता है कि यह
अंत की ओर वाला
झुटपुटे का क्षण है
जो रात
मेरे पास ही
ठहर जाएगा।

संवाद

छप्पर का सरकना
किवाड़ का भड़भड़ाना
खिड़की के पल्लों का
हवा में कॅंपकपॉंना।
तूफान
तनिक थमकर
सुनता घर की बात।

घर साँस रोक सुनता
तूफान मन की कही
अनकही
और सोचता
किवाड़ बंद करने के बारे में।

बौरांस का मेला-१

नीम अंधेरी रात
घनेरी चाँदनी
तारों से फिसल
पत्तों से ढलक
लहर लहर बहती नदी
रात की धरती पर
अंधेरे में जुटा
उजाले का मेला
नदी किनारे
रातों रात उगा
मीलों तक पसरा
दृश्य
काठगाड़ी, घंटियाँ, सूखती धोतियाँ,
सुस्ताते बैल, गमछों पर सिमटी दूकानें
पानी पर बहता चाँद
मुड़मुड़कर देखता
पीछे छूटते मेले को
स्मृति बनते।

बौरांस का मेला-२

त्योहार
अब एक अवकाश भर है
कैलेंडर के पन्नों में फड़फड़ाता
हर बार भुला जाती है
तारीख बौरांस के मेले की
शिवरात्रि, जन्माष्टमी,
गुरूपूर्णिमा, आक्खा तीज
इस बार भी रामनवमीं-
हर बार की तरह बिसर
बीत गई।
बीती ताहि बिसार
मैंने स्कूल में
बच्चों को पढ़ाया-
भारत एक
    स्वतंत्र, धर्मनिरपेक्ष, प्रजातांत्रिक, गणराज्य है!

अतः

रात नींद नहीं आई
रेत का समुद्र
लहर लेता रहा
उलट पलट रेखाएँ
इतस्ततः वितान
मरू का लहरिया
कंटीली गांठों से
दामन बचा
ओस की बूँद बूँद बाँधता
सुबह की इस
कोमल धूप में
क्या अपना बॅंधेज फहराएगा?

4 comments
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  1. aaj aapki b’day per, hamne aapki kavitaye padhkar celebrate kiya hai.
    cheers!!!!

    anirudh umat

  2. Kakoo, kahan ho yaar. Yeh din bhi aa gaya ki apne dost mohammed ko doondhane ke liye internet ke galiyaare chaanane pad rahe hain.

  3. shabda shabda gahare arth liye bourance ka mela bhartiy samskriti ke lahariye main bandhni bana le gaya dhooli chitra godhoolivela main samvad karate huye rajula tak pahoonch rahe hain $$$$$$ HAMEN BHEE SHABDA DO HAMEN BHEE PRAVAH DO !URVERTA DOOHON MAIN YUN HEE SAMNDER MILEGA!!!@BHAVON KA MAN KA ……

  4. ABKEE BAAR JAB BURANCE KA MELA LAGE TO BULANA .ESSA MELA PAHLI BAAR DEKHENGE…YADI AAP DIKHYENGEE

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